हफ्ते की ईद रोजेदारों ने अल्लाह की रज़ा में गुजारी
माह-ए-रमज़ान का दूसरा जुमा
गोरखपुर। माह-ए-रमजान के दूसरे जुमा की नमाज़ शहर की छोटी-बड़ी सभी मस्जिदों में अमनो-अमान, खुशहाली, तरक्की व भाईचारगी की दुआ के साथ अदा की गई। हफ्ते की ईद (जुमा) व आठवां रोजा रोजादारों ने अल्लाह की रज़ा में गुजारा।रहमत का अशरा चल रहा है।अल्लाह की इबादत व क़ुरआन-ए-पाक की तिलावत जारी है।
मरकजी मदीना जामा मस्जिद रेती चौक में मुफ्ती मेराज अहमद कादरी, गौसिया मस्जिद छोटे काजीपुर में मौलाना मोहम्मद अहमद निज़ामी, सुब्हानिया जामा मस्जिद तकिया कवलदह में मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी, सुन्नी बहादुरिया जामा मस्जिद रहमतनगर में मौलाना अली अहमद, चिश्तिया मस्जिद बक्शीपुर में मौलाना महमूद रज़ा कादरी, सब्जपोश हाउस मस्जिद जाफरा बाजार में हाफिज रहमत अली निज़ामी सहित तमाम मस्जिदों के इमाम ने रोजा, नमाज, मगफिरत के अशरे के फजाइल, फित्रा, जकात आदि के बारे में बताया। मस्जिद के मिम्बर पर खड़े होकर अल्लाह का गुणगान किया। पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर दरूदो सलाम पेश किया। खुलफा-ए-राशिदीन, अहले बैत व सहाबा किराम का जिक्र किया। जुमा की नमाज सबने मिलकर अदा की। इमाम के साथ सभी ने अल्लाह के बारगाह में दुआ के लिए हाथ उठाए। इमाम की दुआ पर सभी ने आमीन की सदा बुलंद की।
घरों में महिलाओं ने नमाज अदा कर कुरआन-ए-पाक की तिलावत की। शाम में इफ्तारी बननी शुरु हुई। लजीज पकवान व शर्बत से दस्तरख्वान सज गए। इफ्तार के समय सबने अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए रोजा खोला। रात में एशा की नमाज के बाद तरावीह की नमाज अदा की गई।
माह-ए-रमज़ान में गुनाह माफ होते हैं : कारी अनस
मकतब इस्लामियात तुर्कमानपुर के शिक्षक कारी मोहम्मद अनस रज़वी ने बताया कि रहमत का अशरा चल रहा है लिहाजा हमें अपने गुनाहों की खूब माफी मांगनी चाहिए। माह-ए-रमजान में जो भी अपने मां-बाप के साथ एहसान करेगा अल्लाह उसकी तरफ निगाहे रहमत करेगा। जो कोई माह-ए-रमजान में किसी मुसलमान की हाजत यानी जरुरत पूरी करता है अल्लाह उसकी दस लाख हाज़त पूरी फरमाता है। जो इस माहे मुबारक में किसी बाल बच्चेदार फकीर को खैरात देता है अल्लाह उसके लिए दस लाख नेकियां लिखता है और उसके दस लाख गुनाह माफ फरमा देता है और दस लाख दर्जात बुलंद फरमाता है।
गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर के मौलाना मोहम्मद अहमद निज़ामी ने कहा कि रमज़ान हमदर्दी व गम ख्वारी का महीना है। यह ऐसा महीना है जिसमें मोमिन का रिज़्क बढ़ा दिया जाता है। रमज़ान के महीने में की गई इबादत व नेकी का सवाब कई गुना हो जाता है।
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रोज़े की हालत में उल्टी आने से रोज़ा नहीं टूटेगा : उलमा किराम
गोरखपुर। तंजीम उलमा-ए-अहले सुन्नत द्वारा जारी रमज़ान हेल्पलाइन नंबरों पर शुक्रवार को सवाल-जवाब का सिलसिला जारी रहा। लोगों ने नमाज़, रोज़ा, जकात, फित्रा आदि के बारे में सवाल किए। उलमा किराम ने क़ुरआन व हदीस की रोशनी में जवाब दिया।
1. सवाल : क्या रोज़े की हालत में उल्टी आने से रोज़ा टूट जाता है? (अब्दुल्लाह, बड़े काजीपुर)
जवाब : नहीं, रोज़े की हालत में खुद ब खुद उल्टी आने से रोज़ा नहीं टूटता, अगर्चे मुंह भर हो या उससे भी ज्यादा। (मौलाना मोहम्मद अहमद)
2. सवाल : खरीदी हुई जमीन पर जकात है या नहीं? (गोल्डी, बड़गो)
जवाब : अगर रिहाइशी मकान के लिए खरीदा है तो उस पर जकात नहीं। अगर तिजारत (बिजनेस) की नियत से खरीदा है तो उस पर जकात फ़र्ज़ है (मुफ्ती अख़्तर)
स्नातक और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष के छात्र छात्राओं के विदाई समारोह का आयोजन
डाबरा समाचार 24 गोरखपुर।वीर बहादुर सिंह राजकीय महाविद्यालय कैम्पियरगंज, गोरखपुर में स्नातक और स्नातकोत्तर प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा अंतिम वर्ष के छात्र- छात्राओं के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ प्राचार्य प्रो० सौमित्र चन्द्र द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर साधना मौर्या के द्वारा […]