गोरखपुर जनपद के बेलघाट ब्लॉक के ग्राम पंचायत मुरारपुर का मामला
जल जीवन मिशन के तहत 98.51 % फर्जी एफएचटीसी और 46.55 लाख की अबतक हो चुकी निकासी, नही दिखाई दें रहा धरातल पर कार्य
उरूंवा गोरखपुर
जल जीवन मिशन के अंतर्गत गांव में घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने की योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है. विभागीय जिम्मेदारों की मनमानी और पर्यवेक्षण अधिकारियों की लापरवाही के कारण जिम्मेदार जमकर खेल कर रहे हैं. हालात यह है कि गांव में ना तो मोटर पंप लगा है और न ही ओवरहेड टंकी निर्माण का काम शुरू हुआ है तथा पानी की सप्लाई के लिए पाइपलाइन भी नही बिछाई गई. लेकिन कागजों में जिम्मेदारों ने योजना को संचालित दिखा दिया है. यही नही रुपयों की भी निकासी कर ली गयी है.
मामला विकासखंड बेलघाट के ग्राम मुरारपुर से सामने आया जहां मुरारपुर गांव में 98.51% परिवारों को टोटी का कनेक्शन देने का डेटा फिड कर दिया. जिम्मेदारों ने जल्दी बाजी इतना कि है कि डाटा भी गलत फिड कर दिया. हर घर नल योजना के तहत टोटी से घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाना लक्ष्य है. इसके लिए करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं. इस कार्य को तेजी से पूरा करने का सरकार का दबाव है. विभाग के जिम्मेदार ऊपर से फजीहत ना हो इस कारण बिना कोई काम किये ही ऑनलाइन रिपोर्ट में योजनाओं को संचालित दिखा दिया लेकिन वास्तविकता धरातल पर कुछ है ही नहीं. वर्ष 2021-22 से योजना का कार्य चल रहा है. जिसको पूरा करने का लक्ष्य आगामी दिसम्बर माह निर्धारित की गई है.
मुरारपुर वाटर सप्लाई योजना के अंतर्गत एफएचटीसी (गृह नल संयोजन) करते हुए उसे संचालित भी दिखा दिया गया है.
मुरारपुर में 98.51 प्रतिशत घरों में टोटी के कनेक्शन देने की जानकारी मिलने के बाद दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने रियलिटी चेक किया कि मुरारपुर वाटर सप्लाई योजना के अंतर्गत टोटी लगा है की नही तो काफी हैरान करने वाली जानकारी सामने आई. विभाग की ओर से किये गए दावों की जब स्थानीय संवादाता ने पड़ताल किया तो किसी भी घर में टोटी लगा नहीं दिखा. तथा आंगनवाड़ी केंद्रों में भी टोटी लगने के दावों की जब सच्चाई जानने की कोशिश की गई तो वहां भी टोटी लगा नहीं मिला. इस बारे में संवाददाता ने फ़ोन पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ती अनिता देवी और आरती विश्वकर्मा से पूछा तो उन्होंने भी बताया कि आंगनवाड़ी केंद्र पर वाटर सप्लाई के लिए कोई कनेक्शन अभी नहीं हुआ है.
*मुरारपुर वाटर सप्लाई योजना के बारे में:* वित्तीय वर्ष 2021-22 में 11 नवंबर 2021 को एसएलएसएससी की मीटिंग हुई थी. जिसमे योजना को स्वीकृति मिल गयी थी. स्वीकृति के अगले दिन से ही योजना का कार्य कागज में शुरू हो गया. मीटिंग में 14 दिसम्बर 2023 तक हर हाल में योजना को पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया था. इस योजना के लिए 2 करोड़ 18 लाख 55 हजार रुपये की अनुमानित लागत तय की गई थी.
*कागज में हो चुकी निकासी, धरातल पर कुछ नही:* मुरारपुर वाटर सप्लाई योजना के अंतर्गत अभी तक 46 लाख 55 हजार रुपये की निकासी हुई है लेकिन बड़ी व आश्चर्यचकित करने वाली बात यह है कि धरातल पर जिम्मेदारी की ओर से कोई कार्य नहीं किया गया.
पाइप बिछा नही, टँकी बनी नही लेकिन कागज में घर-घर पहुंच रहा पानी:* मजे की बात यह है कि गांव में पानी टंकी के निर्माण का कार्य शुरू ही नहीं हुआ और ना ही पाइपलाइन का कार्य हुआ लेकिन 98.51% घरों में विभाग की ओर से एफएचटीसी कनेक्शन कर दिया गया व उसका डाटा भी शासन स्तर को भेज दिया गया है.
मुरारपुर में फील्ड टेस्ट किट के जरिए पानी का परीक्षण के लिए नामित महिलाएं
राजमती, सुकाली, निर्मला, बेबी
और सावित्री.
मुरारपुर वाटर सप्लाई योजना से जल स्त्रोत:
स्त्रोत प्रकार: ओपन वेल
स्त्रोत प्रकार श्रेणी: भूजल
बस्ती- मुरारपुर और हरिजन बस्ती
—–वर्जन—–
मुरारपुर में धनराशि की निकासी पाइप के खरीद के लिए हुई है. निकासी प्रत्येक वयक्ति के नाम से हुई है जिनके घर टोटी लगना है. जोभी निकासी हुई है उस रुपये से जिले के स्टोर में पाइप खरीदकर रखा गया है. मुरारपुर में जमीन के अभाव में कार्य शुरू नही हो पाया है. *अखिलानंद, अधिशाषी अभियंता, यूपी जल निगम ग्रामीण गोरखपुर*
चेयरमैन प्रतिनिधि ने फीता काटकर किया फन लैंड प्रदर्शनी का शुभारंभ
मनोज मिश्रा संवाददाता डाबरा समाचार ।। जनपद गोरखपुर के बड़हलगंज नगर के चरण पादुका कुटी पर स्थित मनोरंजन के लिए लगे फन लैंड प्रदर्शनी का शुभारंभ चेयरमैन प्रतिनिधि महेश उमर ने फीता काट कर किया। बुधवार की शाम नगर के चरण पादुका कुटी स्थित फन लैंड प्रदर्शनी का चेयरमैन प्रतिनिधि ने शुभारंभ करते हुए कहा […]